KESARI VIRASAT

ਕੇਸਰੀ ਵਿਰਾਸਤ

Latest news
CM ਯੋਗੀ ਨੂੰ ਧਮਕੀ : 10 ਦਿਨਾਂ 'ਚ ਦਿਓ ਅਸਤੀਫਾ ਨਹੀਂ ਤਾਂ ਬਾਬਾ ਸਿੱਦੀਕੀ ਵਰਗਾ ਹਾਲ ਹੋਵੇਗਾ ; ਮੁੰਬਈ ਪੁਲਿਸ ਨੂੰ ਮਿ... ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਮਿਸ਼ਨ ਫਾਰ ਪ੍ਰੋਟੈਕਸ਼ਨ ਆਫ ਚਾਈਲਡ ਰਾਈਟਸ (ਐੱਨਸੀਪੀਸੀਆਰ) ਵਲੋਂ ਸਾਰੇ ਸੂਬਿਆਂ ਨੂੰ ਚਿੱਠੀ : ਮਦਰੱਸਿਆਂ ਨੂੰ ... ਰਾਜ ਸਭਾ ਮੈਂਬਰ ਸੰਤ ਸੀਚੇਵਾਲ ਵਲੋਂ ਕੇਂਦਰ ਨੂੰ ਜਲੰਧਰ ਖੇਤਰੀ ਪਾਸਪੋਰਟ ਦਫਤਰ 'ਚ ਭ੍ਰਿਸ਼ਟਾਚਾਰ ਦੀ ਸ਼ਿਕਾਇਤ: ਫਰਵਰੀ ਵ... DMA ਵਲੋਂ ਲਗਾਏ ਗਏ ਅੱਖਾਂ ਦੇ ਮੁਫ਼ਤ ਕੈਂਪ 'ਚ ਲੋਕਾਂ ਨੇ ਵੱਡੀ ਗਿਣਤੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋ ਕੇ ਕੈਂਪ ਦਾ ਲਿਆ ਲਾਭ, Eye Drop... ਸਿੱਖਾਂ ਦੀ ਪਗੜੀ ਬਾਰੇ ਕਾਂਗਰਸ ਆਗੂ ਰਾਹੁਲ ਗਾਂਧੀ ਦੀ ਟਿੱਪਣੀ ਇਸ ਸੂਬੇ ਵਿੱਚ ਹੋਈ ਸੱਚ ਸਾਬਤ: ਲੱਗੀ ਪਾਬੰਦੀ ਜਲੰਧਰ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਸੀਵਰੇਜ ਵਿਭਾਗ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਦੀ ਗੁੰਡਾਗਰਦੀ!: ਦੁਕਾਨ 'ਚ ਦਾਖਲ ਹੋ ਕੇ ਮਜ਼ਦੂਰ 'ਤੇ ਜਾਨਲੇਵਾ ਹਮਲਾ ਕੇਂਦਰ ਸਰਕਾਰ ਨਹੀਂ ਬਣਾ ਸਕੇਗੀ ਤੱਥ ਜਾਂਚ ਯੂਨਿਟ : ਬੰਬੇ ਹਾਈ ਕੋਰਟ ਨੇ ਲਾਈ ਰੋਕ, ਕਿਹਾ- ਆਈਟੀ ਐਕਟ ਵਿੱਚ ਸੋਧ ਲੋਕਾਂ ... ਕੋਲਕਾਤਾ ਰੇਪ-ਕਤਲ 'ਤੇ  ਮਮਤਾ ਸਰਕਾਰ ਤੋਂ ਨਰਾਜ਼ ਸੈਕਸ ਵਰਕਰ ਦੁਰਗਾ ਦੀ ਮੂਰਤੀ ਲਈ ਮਿੱਟੀ ਨਹੀਂ ਦੇਣਗੇ: ਕਿਹਾ- ਇਨਸਾਫ਼... ਇਜ਼ਰਾਈਲ ਨੇ 15 ਸਾਲਾਂ ਤੋਂ ਪੇਜ਼ਰ ਧਮਾਕੇ ਦੀ ਯੋਜਨਾ ਬਣਾਈ: ਫਰਜ਼ੀ ਕੰਪਨੀ ਬਣਾਈ, ਪੇਜ਼ਰ 'ਚ 50 ਗ੍ਰਾਮ ਵਿਸਫੋਟਕ ਰੱਖਿਆ... HDB ਵਿੱਤੀ IPO ਲਾਂਚ ਕਰਨ ਦੀ ਯੋਜਨਾ: ਕੰਪਨੀ ਨੂੰ IPO ਲਈ ਬੋਰਡ ਤੋਂ ਮਨਜ਼ੂਰੀ ਮਿਲੀ, 2,500 ਕਰੋੜ ਰੁਪਏ ਦੇ ਨਵੇਂ ਸ਼ੇ...
You are currently viewing हरियाणा की ऐतिहासिक नगरी राखीगढ़ी को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान

हरियाणा की ऐतिहासिक नगरी राखीगढ़ी को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान

आयुर्वेद पांच महाभूतों चिकित्सा प्रणाली

केसरी विरासत के इस मंच आयुर्वेदिक दवाई को बेचने के लिए संपर्क करे - 9592306823


हरियाणा की ऐतिहासिक नगरी राखीगढ़ी को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचा

राखीगढ़ी में बनाया जा रहा म्यूजियम कई मायनों में होगा खास

म्यूजियम में 5 हजार पुरानी हड़प्पा की कलाकृतियों को सहेज कर रखा जाएगा

राखीगढ़ी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए ग्रामीणों ने सरकार का जताया आभार

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत

 

हांसी / नारनौंद , 10 सितंबर। मनमोहन शर्मा

सिंधू घाटी सभ्यता का ऐतिहासिक नगर राखीगढ़ी को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिलने जा रही है। सरकार द्वारा राखीगढ़ी में म्यूजियम का निर्माण करवाया जा रहा है, जिसमें लगभग 5 हजार पुरानी हड़प्पा की कलाकृतियों को सहेज कर रखा जाएगा। राखीगढ़ी के पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होने से एक ओर जहाँ पर्यटन बढ़ेगा वहीं हरियाणा के राजस्व में भी वृद्धि होगी और यहां पर्यटकों के आने से गांव के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का विजन राज्य में धार्मिक, ऐतिहासिक और इको-टूरिज्म को मजबूत करना है, ताकि हरियाणा के इतिहास और यहां की संस्कृति के बारे में देश और विदेश के लोग करीब से जान सकें। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री राखीगढ़ी का तीन बार दौरा कर चुके हैं। इससे लगता है कि वह हमारी प्राचीन संस्कृति को संजोए रखने के प्रति कितने गंभीर है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री ने धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में 48 कोस की परिधि में पड़ने वाले सभी तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार करने की पहल की है।

राखीगढ़ी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए ग्रामीणों ने सरकार का जताया आभार

राखीगढ़ी के निवासी श्री अशोक चेयरमैन ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने से इस इलाके का तेजी से विकास होगा और ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसी प्रकार, श्री सुखबीर मलिक ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार ऐतिहासिक नगरीयों को विकसित करने का जो प्रयास कर रही है वह सराहनीय है। इससे ऐसे सभी क्षेत्रों को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो पहचान मिलती ही है, साथ ही विकास के नए अवसर भी पैदा होते हैं। श्री वीरेंद्र सिंधु का कहना है कि राखीगढ़ी में म्यूजियम बनने से प्रदेश व देश के लोगों, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को यहां के इतिहास के बारे में जानकारी मिलेगी और वे जान सकेंगे कि हरियाणा का इतिहास वर्षों पुराना है। राखीगढ़ी स्थल विकसित होने से न केवल राखीगढ़ी बल्कि नारनौंद क्षेत्र भी विश्व मानचित्र पर उभरेगा।

 

राखीगढ़ी में बनाया जा रहा म्यूजियम कई मायनों में होगा खास

राखीगढ़ी में बन रहे इस म्यूजियम में फोटोग्राफ्स लैब्स तैयार की गई है, जिनमें चित्रों के माध्यम से आगंतुक राखीगढ़ी के इतिहास को जान सकेंगे। इसके अलावा, म्यूजियम में किड्ज़ ज़ोन भी बनाया गया है। पहली बार हरियाणा में किसी म्यूजियम में किड्स जोन का निर्माण करवाया गया है ताकि ताकि बच्चे भी खेल खेल में अपने इतिहास से अवगत हो सकें। इसके अलावा, ओपन एयर थिएटर, गैलरी, पुस्तकालय का निर्माण भी करवाया गया है, जिससे आगंतुक, विशेष तौर पर युवा पीढ़ी को इतिहास की जानकारी मिलेगी।

केंद्र सरकार द्वारा देश में पर्यटन स्थलों व पांच ऐतिहासिक स्थल बनाने के लिए 2500 करोड़ रुपये की घोषणा की थी। उनमें राखीगढ़ी भी शामिल है। प्रदेश सरकार भी यहां 32 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक संग्रहालय बना रही है। इसमें रेस्ट हाउस, हॉस्टल और एक कैफे का निर्माण किया जा रहा है। पुनर्वास कार्यो के लिए 8 करोड़ 50 रुपये जारी किए जा चुके हैं। राखीगढ़ी को विश्व स्तरीय पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल बनाने में केंद्र सरकार हर संभव कोशिश कर रही है।

 

राखीगढ़ी का इतिहास

राखीगढ़ी हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद उपमंडल में स्थित है। यहां राखी खास और राखी शाहपुर गांवों के अलावा आसपास के खेतों में पुरातात्विक साक्ष्य फैले हुए हैं। राखीगढ़ी में सात टीले (आरजीआर-1 से लेकर आरजीआर-7) हैं, जो हड़प्पा सभ्यता की सबसे बड़ी बस्ती है।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने इस गांव में पहली बार 1963 में खुदाई शुरू की थी। इसके बाद 1998-2001 के बीच डॉ. अमरेंद्र नाथ के नेतृत्व में एएसआई ने फिर खुदाई शुरू की। बाद में पुणे के डेक्कन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वसंत शिंदे के नेतृत्व में 2013 से 2016 व 2022 में राखीगढ़ी में उत्खनन कार्य हुआ है।

राखीगढ़ी में 1998 से लेकर अब तक 56 कंकाल मिले हैं, जिनका डीएनए परीक्षण चल रहा है। प्रो. शिंदे के अनुसार राखीगढ़ी में पाई गई सभ्यता करीब 5000-5500 ई.पू. की है, जबकि मोहनजोदड़ो में पाई गई सभ्यता का समय लगभग 4000 ई.पू. माना जाता है। मोहनजोदड़ो का क्षेत्र करीब 300 हेक्टेयर है, जबकि राखीगढ़ी 550 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैला है। अफगानिस्तान, बलूचिस्तान, गुजरात और राजस्थान से इसका व्यापारिक संबंध था। पत्थरों या धातुओं से जेवर बनाने के लिए भी का इस्तेमाल होता था।

 

Leave a Reply